Vodafone Idea Ltd Share सरकार से जुड़ी यह कंपनी में रैली अपने नेटवर्क को स्ट्रांग बनाने के लिए कंपनी जुटाएगी 25 करोड रुपए टेलीकॉम सेक्टर की कंपनी Vodafone Idea Ltd के स्टॉक में गुरुवार को जोरदार तेजी देखने को मिली थी और पिछले 5 ट्रेडिंग दिनों के दौरान शेयर में 13 परसेंट की तेजी देखने को मिली है. हम आज चर्चा कर रहे हैं टेलीकॉम सेक्टर की कंपनी जिसका नाम Vodafone Idea Ltd के शेयर्स की जिसमें गुरुवार को भी तेजी देखने को मिली है गुरुवार दिन 2 परसेंट से अधिक की तेजी दर्ज की है, इसके स्टॉक ने 7.32 रुपये के इंट्राडे हाय को छुआ है वही पिछले हफ्ते से ही इसमें तेजी की रफ्तार बनी हुई और इसमें 13 परसेंट से अधिक की तेजी को कवर किया है।
जानिए कंपनी का प्लान
ब्लूमबर्ग की एक जानकारी के मुताबिक बताया गया है कि करीबन 25,000 करोड़ रुपये और करीब 2.9 बिलियन डॉलर का लोन जुटाने के बारे में डिस्कस किया गया है। रिपोर्ट में लिखा है कि इस पैसे का उपयोग कंपनी अपने नेटवर्क को और आगे बढ़ाने सुधारने के लिए और दूसरी टेलीकॉम कंपनियों के साथ बेहतर तरीके से प्रतिस्पर्धा करने में करेगी।
इसके अलावा यह भी जानकारी मिली है भारतीय स्टेट बैंक SBI द्वारा लोन देने के लिए बैंकों के लिए एक समूह का नेतृत्व तैयार करने पर मुद्दा उठाया गया है, इस कैस से परिचित व्यक्तियों ने नाम न बताने की शर्त पर कहा है कि लोन भारतीय और विदेशी दोनों सोर्स से आने की उम्मीद दिखाई दे रही है और संभावित रूप से इसका पीरियड 10 साल का तय किया गया है।
कंपनी की वित्तीय स्थिति Vodafone Idea Ltd Share
इसी के साथ अरबपति कुमार मंगलम बिड़ला द्वारा समर्थित वोडाफोन आइडिया ने पहले पैसे जुटाना की योजना में बहुत समय दिया था में इसकी वजह बताई जा रही है बैंक कंपनी की हालत कमजोर वित्तीय स्थिति और सरकार को कर्ज न चुकाने की वजह से चिंतित है।
पर अभी की स्थिति में वोडाफोन आइडिया दोबारा धन जुटाने का प्रयास कर रही है ऐसा इसलिए क्योंकि ऐसी जानकारी मिली है कि भारत सरकार इसके बकाया बकाये पर कुछ थोड़ा सुधार कर सके क्योंकि कंपनी पर अधिक बोझ इसलिए भी है क्योंकि इसके कई कस्टमर्स कंपनी को छोड़कर रिलायंस जियो और भारती एयरटेल जैसी अन्य बड़ी कंपनियों मे जाने में दिलचस्पी दिख रहे है। लिकिन वहीं अगर वोडाफोन आइडिया को बैंक द्वारा लोन प्राप्त होता है तो इसके द्वारा कंपनी अपने नेटवर्क को और मजबूत बेहतर बनाने तेजी से आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। इससे कंपनी को सबसे बड़ा लाभ होगा कंपनी के सारे कस्टमर वापस जीतने और बाजार में अपनी पार्टनरशिप बढ़ाने में और भी मदद मिल जाएगी।
कंपनी पर सरकार की हिस्सेदारी
अगर सरकार की हिस्सेदारी की बात करी जाए तो अप्रैल में सरकार ने वोडाफोन आइडिया में अपनी हिस्सेदारी को बढ़ाकर 48.99 प्रतिशत कर लिया था क्योंकि कंपनी के स्पेक्ट्रम बकाया का कुछ हिस्सा इक्विटी में बदल दिया गया था. वोडाफोन आइडिया ने फंड जुटाने की खबर पर कोई खास चर्चा नहीं की और भारतीय स्टेट बैंक ने अभी तक ब्लूमबर्ग के प्रश्नों का कोई उत्तर नहीं दिया है। जानकारी के मुताबिक यह भी पता चला है कि कुछ अंतरराष्ट्रीय बैंकों के भी लेंडर्स ग्रुप भी इसमें शामिल हो सकते हैं, इसके अलावा यह पूरे लोन की प्रक्रिया एक साल के अंदर के पूरी हो जाने की कोशिश है।