Today Live News: भारत से दुश्मनी? बांग्लादेश ने भी कैंसिल किया डिफेंस सेक्टर का ₹180 करोड़ का ऑर्डर, ट्रंप का भारत पर दबाव बढ़ा
नई दिल्ली: भारत की रणनीति पर हाल के दिनों में एक के बाद एक झटके लगते दिख रहे हैं। पहले अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एप्पल को भारत में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने से रोका और अब बांग्लादेश ने भारत के साथ होने वाले एक बड़े रक्षा सौदे को निरस्त कर दिया है। इस फैसले से ना केवल दोनों देशों के संबंधों में तनाव आया है, बल्कि भारत की डिफेंस इंडस्ट्री को भी बड़ा झटका लगा है।
क्या है पूरा मामला?
बांग्लादेश सरकार ने हाल ही में भारत से होने वाले ₹180 करोड़ के डिफेंस इक्विपमेंट ऑर्डर को अचानक कैंसिल कर दिया। यह ऑर्डर भारत की एक प्रमुख रक्षा कंपनी से किया गया था, जिसमें निगरानी उपकरण और सीमा सुरक्षा से जुड़े सिस्टम शामिल थे।
सूत्रों के मुताबिक, इस फैसले के पीछे राजनीतिक दबाव और रणनीतिक पुनर्विचार को वजह माना जा रहा है। बांग्लादेश की सरकार ने इस फैसले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन विशेषज्ञ बता रहे हैं कि इसके पीछे राजनीतिक रणनीति का प्रभाव पड़ा है।
ट्रंप का भारत पर निशाना भारत से दुश्मनी
कुछ दिन पहले अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एप्पल कंपनी को चेतावनी दी थी कि वह भारत में अपने मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स की योजना पर रोक लगाए। उनका कहना था कि इससे अमेरिका में नौकरियां खत्म हो रही हैं और भारत को “अनुचित लाभ” मिल रहा है।
यह बयान ऐसे समय आया है जब एप्पल भारत में तेजी से निवेश कर रही है और भारत को चीन के विकल्प के रूप में उभरता मैन्युफैक्चरिंग हब माना जा रहा है।
रणनीतिक रूप से बड़ा झटका
भारत ने पिछले कुछ वर्षों में ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ जैसी योजनाओं के माध्यम से रक्षा और तकनीकी क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में कई कदम उठाए हैं। ऐसे में बांग्लादेश का यह फैसला, और ट्रंप का बयान, दोनों मिलकर भारत की विदेश नीति और व्यापार रणनीति के लिए एक चुनौती बन सकते हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह सिर्फ एक डील की बात नहीं है, बल्कि यह एक बड़ा संकेत है कि भारत को अपने पड़ोसी देशों के साथ रिश्तों की रणनीति पर नए सिरे से विचार करने की जरूरत है।
भारत का क्या कहना है
भारत साल 2023 में विश्व का तीसरा सबसे बड़ा डिफेंस इक्विपमेंट एक्सपोर्टर बनने की दिशा में खड़ा था।एप्पल ने 2024 में भारत से करीब \$10 बिलियन के iPhone एक्सपोर्ट किए।बांग्लादेश, भारत से सालाना ₹3,000 करोड़ से अधिक का रक्षा और तकनीकी आयात करता रहा है।
आगे क्या होने वाला है?
विशेषज्ञों का मानना है कि भारत को इन घटनाओं को चेतावनी की तरह लेते हुए अपनी कूटनीति को और मजबूत करना होगा। बांग्लादेश के साथ खुली बातचीत और विश्वास बहाली के प्रयास आवश्यक होंगे, ताकि भविष्य में ऐसे फैसले दोहराए न जाएं।
वहीं अमेरिका जैसे देशों के साथ भी भारत को अपने व्यापारिक हितों की रक्षा करते हुए संतुलन बनाना होगा, क्योंकि वैश्विक राजनीति में हर कदम रणनीतिक रूप से उठाना जरूरी होता है।
निष्कर्ष
बांग्लादेश द्वारा भारत के साथ रक्षा सौदे को कैंसिल करना और डोनाल्ड ट्रंप का भारत विरोधी दोनों घटनाएं एक बड़े परिवर्तन का संकेत देती हैं। यह भारत के लिए एक संकेत के तौर पर है।कि उसे अपनी रणनीति, कूटनीति और व्यापारिक रिश्तों पर और भी अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है।