Today Hindi Breaking News Live: Railway कर्मचारी ने मारे CBI अफसर को 5 जहरीले तीर, 32 साल से घूम रहा था धनुष-बाण लेकर।

Today Hindi Breaking News Live: Railway कर्मचारी ने मारे CBI अफसर को 5 जहरीले तीर, 32 साल से घूम रहा था धनुष-बाण लेकर। दोस्तों आपको बता दें कि अभी-अभी बड़ी खबर सामने आ रही है 32 साल से सीबीआई को मारने की साजिश कर रहा था यह आरोपी और आज अपने घर से धनुष और की लीला का हत्या कर दी सीबीआई मुझे जानते हैं , की इस पूरे मामले की क्या वजह हैं,

आरोपी का बयान

मैं 32 सालों से सीबीआई के लोगों को खोज रहा था इनकी वजह से मेरी रेलवे की नौकरी गई यह हमला उसी दर्द का जवाब है मैं कहां-कहां नहीं भटका किसी ने मुझे बताया था कि सीबीआई वाले लखनऊ में मिलेंगे रेलवे ट्रैप में मैंने इनकी मदद की थी लेकिन इन्होंने मेरे परिवार को ही बर्बाद कर दिया मैं सीबीआई ऑफिस में जा रहा था लेकिन मुझे रोका गया इसलिए मैंने हमला किया धनुष और बाण घर से लाया था मुझे इसका कोई अफसोस नहीं यह बयान है ,

बंदूक की जगह तीर से किया हमला

उस आरोपी का जो बंदूक और बम के जमाने में धनुष और बाण का इस्तेमाल करके अपना बदला पूरा करने लखनऊ के सीबीआई ऑफिस पहुंचा था इस आरोपी का नाम दिनेश मुरमुर है और यह बिहार के मुंगेर का रहने वाला है,

कौन है यह आरोपी पूरा मामला क्या है ?

दरअसल लखनऊ में शुक्रवार सुबह 11:15 पर सीबीआई के एएसआई पर धनुष और बाण से हमला किया गया एएसआई वीरेंद्र सिंह हजरतगंज स्थित नवल किशोर रोड पर दफ्तर के गेट पर खड़े थे कंधे पर धनुष और बाण लिए एक शख्स गेट के अंदर घुसने लगा एएसआई ने उसे अंदर जाने से रोका इस पर वो अंदर जाने की जिद करने लगा बोला कि मुझे अंदर अधिकारियों से मिलना है,

क्यों मारा सीबीआई ऑफिसर को आरोपी ने

एएसआई ने उसकी पहचान और अधिकारी का नाम पूछा तो उसने कहा कि अंदर जाकर ही सब कुछ बताऊंगा इस पर एएसआई ने उससे कहा कि ऐसे नहीं जा सकते बार-बार मना करने पर वह वहां से चला गया लेकिन कुछ दूर जाकर पेड़ की आड़ में उसने एएसआई पर धनुष और बाण से हमला कर दिया जिससे तीर उनके सीने में जाकर लगा आरोपी दिनेश बिहार के मुंगेर के खड़कपुर का रहने वाला है,

पुलिस पूछताछ में आया बड़ा बयान सामने

पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि मैं रेलवे में नौकरी करता था साल 1993 की घटना है मैंने एक कर्मचारी के घूस लेने की शिकायत अधिकारियों से कर दी सीताराम गुप्ता नाम के रेलवे कर्मचारी को उसने ₹200 घूस लेते पकड़वाया था उसकी जांच में कई मामले और खुले और उस दोषी कर्मचारी ने मुझे भी केस में घसीट लिया मामले की जांच सीबीआई करने लगी जिसकी वजह से मेरी नौकरी चली गई उसके बाद मेरे पास कुछ नहीं बचा इज्जत और जीविका सब चली गई।

Today Hindi Breaking News Live: इन लोगों ने मेरा सब कुछ खत्म कर दिया इतने साल इंतजार किया सबको बहुत ढूंढा तब जाकर लखनऊ का पता मिला तो यहीं चला आया अब मैंने जवाब दिया है साल 1993 में लखनऊ रेलवे मंडल में भ्रष्टाचार के आरोपों पर सीबीआई ने एक ट्रैप ऑपरेशन चलाया था दर्जनों कर्मचारियों पर रिश्वत लेने और देने के आरोप लगे थे इनमें दिनेश भी शामिल था जांच के बाद दिनेश सहित कई कर्मचारियों के सेवाएं समाप्त कर दी गई थी,

आरोपी दिनेश का कहना है

हालांकि दिनेश का कहना है कि घूस लेने की शिकायत उसने ही की थी उसे जबरदस्ती फंसा दिया गया बाद में उसे भी केस में शामिल कर नौकरी से निकाल दिया गया तब से वह सीबीआई से बदला लेने के लिए अधिकारियों को ढूंढ रहा है।

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